चन्द्रमा पर पहला कदम रखने वाले नील आर्मस्ट्रॉन्ग इस दुनिया को अलविदा कह गए। बयासी वर्ष की आयु में शनिवार 25 अगस्त को उनका निधन हो गया।
“मनुष्य के लिए यह एक छोटा कदम, पूरी मानव जाति के लिए बड़ी छलांग साबित होगा।”
नौसेना में एक चालक के तौर पर काम करने के बाद नील आर्मस्ट्रॉंन्ग ने एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उन्होंने एक शोध परियोजना के साथ काम करना शुरू कर दिया जो कि बाद में अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का हिस्सा बन गया।
अंतरिक्ष यात्री
एक अंतरिक्ष यात्री के तौर पर चुने जाने के बाद वो उस चालक दल का हिस्सा बने जो पहली बार अंतरिक्ष में दो पहिया वाहन ले जाने में सफल रहा।
अपने दल के दूसरे साथियों सहित नील आर्मस्ट्रॉंग को अमरीका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान कॉग्रेशनल गोल्ड मेडल से नवाज़ा गया है।